झोंका सा जो आवारा कल रात चला आया खिड़की से निकल भागीं बौराई हुई ग़ज़लें। झोंका सा जो आवारा कल रात चला आया खिड़की से निकल भागीं बौराई हुई ग़ज़लें।
लुटाओगे हम ही पर जो कहा था याद बाकी है। लुटाओगे हम ही पर जो कहा था याद बाकी है।
फूल तुम्हारे इश्क़ से जलने लगे हैं, देख लो जल कर पिघलनें लगे हैं। फूल तुम्हारे इश्क़ से जलने लगे हैं, देख लो जल कर पिघलनें लगे हैं।
उनका आइना कर लूं कभी कभी लगता है मैं भी बेपनाह इश्क़ कर लूं। उनका आइना कर लूं कभी कभी लगता है मैं भी बेपनाह इश्क़ कर लूं।
तेरे दर पर सजदा करने का ऐतबार रोज होता। तेरे दर पर सजदा करने का ऐतबार रोज होता।
उसे इबादत बनाना था पर मिलने से पहले हमारा बिछड़ना तय था। उसे इबादत बनाना था पर मिलने से पहले हमारा बिछड़ना तय था।